Chandu Champion Movie REVIEW in Hindi | Chandu Champion Public Reaction

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Chandu Champion Movie REVIEW in Hindi | Chandu Champion Public Reaction
Chandu Champion Movie REVIEW in Hindi | Chandu Champion Public Reaction

आपको पता है बॉलीवुड में वो कौन सा एक्टर है जिसके करियर पर सबसे ज्यादा शक किया जाता है। कब तक चलेगा कितना लंबा चलेगा आज कल कब खत्म कार्तिक आरण काफी बड़े-बड़े लोग चिड़ते हैं। इनसे इनके फिल्म सिलेक्शन को लेकर जो टॉपिक्स बंदा उठाता है। वैसा सिनेमा लोगों से हजम नहीं होता ऊपर से नेपोटिज्म वाला भूत जो अब दुनिया के सामने आ चुका है उसका तो काम ही है। कार्तिक आर्यन जैसे एक्टस का शिकार करना लेकिन अच्छी बात यह है कि कार्तिक रुकता नहीं है बॉस और पब्लिक हमेशा इनकी मदद करती है।

दूसरे लोगों को गलत साबित करने में अक्षय के बिना भूल बुलेया नहीं चलेगी जवाब 265 करोड़ कमा के दिया ओटीटी पे छोटे स्टार्स की मूवीज आती हैं। फ्रेडी ने थिएटर वाली फिल्मों को भी पीछे छोड़ दिया आज कम बैक हो रहा है। इनका थिएटर्स में पूरे एक साल बाद और फिर से कार्तिक के स्टारडम पे सवाल उठ रहा है। क्योंकि एडवांस बुकिंग में उतने टिकट्स बिके नहीं हैं। चंदू चैंपियन यह है कार्तिक के करियर पे सवाल उठाने वाली अगली फिल्म जिस फिल्म पे किसी एक्टर का सब कुछ दाव पे लगा है। सोचो उसको कितना स्पेशल होना पड़ेगा। यकीन नहीं मानोगे आप इस फिल्म की कहानी ऐसे इंसान की जिंदगी पे बेस्ड है।

जिसने काम भी कुछ ऐसा किया था जो दुनिया में कोई और नहीं कर सकता दुश्मन की बंदूक से नौ गोलियां खाने के बाद भी अगर कोई इंसान दुनिया के सबसे बड़े स्पोर्ट्स इवेंट ओलंपिक्स में जाने का सपना देख सकता है। अगर उसको फिल्म में उतारना है। तो कार्तिक को सच में ऐसा काम करना पड़ेगा जिससे सिर्फ करियर नहीं पूरा बॉलीवुड बच जाए सबसे बड़ा एडवांटेज एक्चुअली में ये है कि मुरलीकांत पेटकर का नाम कई लोगों ने पहली बार सुना है। इसीलिए बॉलीवुड में बाकी बायो पिक से डिफरेंट हो सकती है।

ये और जिस फिल्म के फर्स्ट सीन में ही इंडिया के प्रेसिडेंट पे पुलिस केस करने की बात कर दी जाए आप समझ जाओ इस बार कहानी चंदू की नहीं चैंपियन की होने वाली है। बचपन में गांव की कुछ कुश्ती जवानी में टोक्यो शहर का बॉक्सिंग रिंग और जिंदगी की सेकंड इनिंग्स में बिना पैरों के स्विमिंग ये लास्ट वाली लाइन पे आपका ध्यान अटक गया होगा क्या लगा था ट्रेलर देख लिया तो पूरी कहानी समझ जाओगे बॉस एक्चुअली में फिल्म के अंदर बहुत सारे सरप्राइजेज हैं। क्रिकेट के बाहर भी एक दुनिया होती है।

साब जरा निकल के तो देखो लोग बिना पैर के स्विमिंग बिना हाथ के बॉक्सिंग और बिना आंखों के निशाना लगाते हैं यही चंदू चैंपियन का एक्स फैक्टर है। नाम के पीछे चैंपियन तो है लेकिन किस में कौन सा खेल इससे फिल्म को इंटरेस्टिंग बनाया जाता है। कॉमेडी के साथ ये सिनेमा शुरू होता है में एक्शन आता है वॉर लड़ा जाता है। फिर आती है ट्रेजेडी और लास्ट में आपकी आंखों से आंसू निकल आता है। अरे पोस्टर पे ही सबसे बड़ा हिंट था यार एक ही इंसान के इतने सारे रूप वो भी एक ही फिल्म के अंदर एंटरटेनमेंट पक्का है इस बात पे शक मत करना।

लेकिन ऐसी कहानी जिसमें कोई हीरोइन नहीं है कोई आइटम सॉन्ग नहीं है कोई रोमांटिक एंगल तक नहीं डाला गया क्या सच में बॉलीवुड इसके बिना पिक्चर चला पाएगा जवाब है हां हां हां क्योंकि कबीर खान थिएटर्स में फिल्म रिलीज नहीं करते ये पोयम सुनाते हैं। जैसे बचपन में दादी नानी सुनाया करती थी सिर्फ ढाई घंटे में एक स्कूल के बच्चे को मूछों वाले दादाजी तक पहुंचा देना इसके लिए सिर्फ कहानी अच्छी होने से काम नहीं चलेगा कहानी सुनाना आना चाहिए एक चीज होती है।

फिल्म दिखाना दूसरा उसको फील कराना इसके बाद आता है। कबीर खान का सिनेमा जिसमें आप खुद स्क्रीन के अंदर पहुंच जाते हो 83 शायद थिएटर्स में काफी कम लोगों ने देखी लेकिन बाद में घर पे तो देख ली होगी। सच बोलो एक भी आदमी ऐसा था जिसको क्लाइमैक्स में रोंगटे फील ना हुए हो ठीक वैसे ही ना चंदू चैंपियन को कबीर खान ने इतना सीरियसली बनाया है कि खुद कार्तिक आर्यन आपको फिल्म में कार्तिक आर्यन जैसे नहीं लगेंगे सबसे बेस्ट चीज यही है कि फिल्म हर टाइप की ऑडियंस को दिमाग में रखकर बनाई गई है।

हर कोई इसे समझ सकता है हर कोई इसके बारे में बात कर सकता है हां लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है कि चंदू चैंपियन कोई परफेक्ट फिल्म बन गई है। तीन-चार बातें आपको ध्यान में जरूर रखनी चाहिए फिल्म में जो वॉर वाले सींस डाले हैं वो इतने असरदार भी नहीं है प्लस मजेदार भी नहीं है और हां सेकंड हाफ थोड़ा स्लो है ज्यादा मोटिवेशनल है और कभी-कभी आपको लगेगा यार यह चंदू इतनी आसानी से चैंपियन कैसे बन जाता है।

हर गेम में समझ रहे हो वो स्ट्रगल चैलेंज उतना क्लियर नहीं दिखाए हैं। लेकिन एक बंदा जिसकी वजह से फिल्म की एंडिंग में आपकी आंखों में आंसू होंगे वो है मुरलीकांत पेटकर उर्फ कार्तिक आर्यन इनका परफॉर्मेंस अच्छा है बुरा है पता नहीं लेकिन फिल्म खत्म होने के बाद मुरलीकांत पेटकर के बारे में जब भी सोचूंगी सिर्फ यही चेहरा दिमाग में आएगा पूरे ढाई घंटे फिल्म देखने के बाद जब किसी एक्टर को उसके नाम से नहीं उसके कैरेक्टर से पहचानने लग जाओ ये अच्छा नाम नहीं है तो फिर और क्या होगा काफी लोगों को बोलते सुना है।

मैंने कि इस जनरेशन के लास्ट स्टार ऋतिक रोशन है या फिर काफी लोग रणवीर कपूर के साथ बॉलीवुड को खत्म कर देते हैं। भैया जी सॉरी टू डिसपे इस में एक लंगड़ा घोड़ा भी आ गया है पैर में रस्सी बंधी जरूर है। लेकिन इतनी जल्दी रेस से बाहर नहीं होगा देखो ना क्या हुआ विजय राज के साथ टैलेंट इतना है कि बॉलीवुड के 100 एक्टर्स का करियर खा जाएं लेकिन फिल्मों में साइड का सपोर्टिंग रोल दिया जाता है। हर बार लेकिन बंदे ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। हर बार स्क्रीन प आते ही फिल्म में अपना रोल कितना इंपॉर्टेंट है।

ये फील कराने में अलग कैटेगरी का एक्टर है कुछ लोगों के चेहरे पे थोड़ी सी हंसी राजपाल यादव को देखकर भी आएगी जिनका फिल्म में छुटकू सा रोल है लेकिन पुरानी यादें ताजा हो जाएंगी तो भैया चंदू चैंपियन को पांच में से मिलेंगे साढ़े तीन स्टार्स पहला एक कंप्लीट फिल्म है। फुल ऑफ इमोशंस फैमिली सिनेमा दूसरा कबीर खान का फिल्म की कहानी को सुनाने का एक मजेदार तरीका तीसरा कार्तिक आरणन का शानदार काम अब इतना श्यर नहीं हूं मैं कि रियल इंसान के कितना करीब जा पाए हैं।

ये लेकिन इनका वाला वर्जन हमेशा याद रहेगा बाकी आदा छोटे लेकिन दमदार कैमियोस प्लस सपोर्टिंग रोल विजय सर आपकी विजय 100% पक्की है। नेगेटिव्स में देखो वॉर सीन दिखाना नहीं आया या फिर मुझे उतना दमदार नहीं लगा प्लस हां फिल्म कहीं-कहीं पर थोड़ा ज्यादा इजी हो गई मतलब काम असंभव और जवाब उसका इतना आसान कैसे लास्ट में बस इतना बोलूंगी चंदू चैंपियन बॉक्स ऑफिस वाली फिल्म नहीं है कलेक्शन कितना हुआ यह मत पूछना कुछ अच्छा देखना है तो मेरी तरफ से हां है ।

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