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Kota Factory Season 3 explained in Hindi

बॉस इंडिया में अगर ऐसे सिनेमा की बात होगी जो रियलिटी के एकदम नजदीक है। माने स्क्रीन और असली जिंदगी का फर्क ऑलमोस्ट जीरो हो जाता है। सिर्फ एक नाम द KOTA FACTORY द लगाना ही पड़ेगा क्योंकि इसके जैसा ना तो कुछ कभी बना है। ना ही कभी बन सकता है सोचो जिस शो के आखिरी एपिसोड का टाइटल प्रोडक्ट डिलीवरी रखा गया हो माने KOTA इंसान को प्रोडक्ट की तरह बेचता है।
में लोगों को KOTA की तरफ नहीं बल्कि KOTA कभी मत आना यह मैसेज देना चाहता है। यह अतरंगी सोच की वजह से ही KOTA FACTORY मास्टरपीस बन जाता है जब पूरी दुनिया वीएफए स्पेशल इफेक्ट्स और पता नहीं कौन-कौन से कलर्स के पीछे भाग रही है। ये इकलौता ऐसा शो है जो ब्लैक एंड वाइट में शूट किया जाता है। सिर्फ इसलिए ताकि जो आईआईटी स्टूडेंट्स की जिंदगी ये लोगों को दिखाना चाहते हैं। वो भी इस शो की तरह बाकी दुनिया से एकदम अलग होते हैं। ब्लैक एंड वाइट इतनी ज्यादा क्लेरिटी जिस बंदे के दिमाग में होगी इस शो को बनाने से पहले सोचो वो अपनी कहानी से कितना ज्यादा असर डाल सकता है।
इस शो को देखने वाले में हां तो पहला सवाल जो काफी लोगों के दिमाग में होगा सीजन थ आया है। तो क्या सीजन वन और सीजन टू देखना जरूरी है जी बिल्कुल है। उसके बिना कुछ समझ नहीं आएगा पूरी कहानी आपस में जुड़ी हुई है सारे कैरेक्टर सीजन वन से तैयार किए गए हैं अगर सच में KOTA FACTORY के अंदर कदम रखना है तो आपको सीजन वन एपिसोड वन से इस गाड़ी में बैठना पड़ेगा तभी ड्राइवर किस रास्ते पे चल रहा है। समझ आएगा बट अच्छी बात यह है कि सिर्फ 354 घंटे में आराम से आप एक सीजन निपटा सकते हो इस बार भी बस पांच एपिसोड्स हैं लास्ट वाले को छोड़कर सब 40 मिनट में ख खत्म हां तो क्यों देखना चाहिए।
सीजन थ सीधा जवाब है, क्योंकि इस बार शो थोड़ा सा अलग है। जीतू भैया बच्चों को नहीं बच्चे जीतू भैया को पढ़ाने वाले हैं कभी ऐसा देखा है। आपने स्टूडेंट्स को मोटिवेट करने वाले टीचर को खुद मोटिवेशन की जरूरत पड़ जाए उसके बाद क्या होगा वही जवाब इस शो ने दिया है। जिस एग्जाम की तैयारी सीजन वन में शुरू हुई थी उसका फाइनल रिजल्ट पास या फेल इस बार पर्दा हट जाएगा और KOTA FACTORY का असली सच बाहर आएगा और हां भैया भैया बोलकर थोड़ा थक गए होंगे तो इस बार शो में एक दीदी की भी एंट्री हो गई है। यह ब्रह्मास्त्र जैसी हैं वहां काम आएंगी जब सब फेल हो जाएगा।
वैसे जो लोग ज्यादा फिलोसॉफिकल साइड से सिनेमा नहीं देखना चाहते। उनको भी KOTA FACTORY सीजन 3 में बहुत मजा आएगा क्योंकि लास्ट के 10 मिनट तक तगड़ा सस्पेंस है। इस बार कहानी एकदम अनप्रिडिक्टेबल हो जाएगी जब आपको समझ ही नहीं आएगा कि अगला सीन कैसे खत्म होगा और वहीं पे ये शो अपना न्यूक्लियर वेपन निकाल लेगा इमोशंस टीवीएफ का काम ही है। इसका बनाया हुआ हर शो देखने वाले इंसान को बचपन में वापस ले जाकर इमोशंस के झूले प बिठा देना अभी पंचायत आया तो उसको देखते वक्त हम लोग फुलेरा पहुंच गए।
अपनी असली जि जिंदगी की प्रॉब्लम्स को भूलकर टीवीएफ गांव में वापस ले गया सबको फिर गुल्लक आया तो लगा लाइफ में सब कुछ उतना बुरा भी नहीं है। जितना हम लोग सोचते हैं हर चीज को सीरियसली क्यों लेना फैमिली है ना KOTA FACTORY भी अलग नहीं है। स्पेशली इस बार जिस लेवल का क्लाइमैक्स तैयार किया है। इन लोगों ने यकीन मानो सेम टू सेम एग्जाम के रिजल्ट वाले दिन की याद आ गई मुझे बिना हाईफाई बजट बिना एक्शन रोमांस सिर्फ दो लोगों की बातों में चार घंटे शो को चलाना इसके लिए चाहिए। दमदार राइटिंग जिसमें KOTA FACTORY चैंपियन है। वैसे एक चेतावनी देना चाहती हूं मैं आप सबको सीजन थ अभीक अी तक का सबसे ज्यादा भारी सीजन है।
हर कोई इसका लास्ट एपिसोड संभाल नहीं पाएगा टिशू पेपर साथ रखना वैसे इस बार शो का फोकस आईआईटी से थोड़ा खिसक करर पर्सनल रिलेशनशिप्स प ज्यादा जाता है। माने पीसीएम के साथ इस बार एक और सब्जेक्ट है ह्यूमन नेचर गुड न्यूज़ यह है कि जीतू भैया जो सीजन टू में थोड़ा सा सपोर्टिंग रोल में खिसक गए थे इस बार वो 99 पर शो को कंट्रोल करने वाले हैं। एक भी सीन ऐसा नहीं आएगा जब आप चाहोगे कि जीतू भैया टीवी से हट जाओ यार वो जितना बोलते हैं जो बोलते हैं आप अपनी जिंदगी से रिलेट करने लगते हो जितेंद्र कुमार बोलने में भी अजीब सा लगता है।
इतना ज्यादा रियल लाइफ कनेक्शन है। जीतू भैया का आईआईटी से और वो इस शो में उनकी एक्टिंग में क्लियर दिखता है। यार जिस लेवल की डायलॉग डिलीवरी वो करते हैं। ऐसा लगता है स्क्रीन के उस पार नहीं कमरे में सामने बैठकर हम लोगों को समझा रहे हैं। एक अलग सुकून है यार सारे कैरेक्टर्स जो इस शो का हिस्सा है। वो रियल लाइफ में कौन है क्या करते हैं। किसी को नहीं जानना ये पांच एपिसोड्स उनको हमारे दिमाग में हमेशा ऐसे ही रखेंगे भाई इतना टैलेंट बॉलीवुड की पूरी फिल्म इंडस्ट्री में नहीं है। जितना टीवीएफ के दो-तीन शोज के एक्टर्स में मिल जाएगा बच्चे भी यहां बड़े-बड़े स्टार्स के बाप लगते हैं।
अब यार KOTA FACTORY सुनने वाली चीज नहीं है इसको देखकर ही फील किया जा सकता है। हर बंदा इसके साथ अलग लेवल पे कनेक्शन फील करेगा रेटिंग्स वगैरह की जरूरत इस शो को है नहीं आप सब लोग वैसे भी इसको ऑलरेडी देख चुके होगे या फिर आज खत्म करने का प्लान बना रहे होंगे। तो फिर शुभ काम में देरी कैसी बस प्लीज वो लास्ट एपिसोड के लिए खुद को मेंटली रेडी रखना वहां पे झटका लगेगा दिल टूट जाएगा।